भारत में कितने बचे है हाथी?| Elephant population in india 2024|

WhatsAppFacebookTelegramTwitterLinkedInShare

Elephant population in India 2024

कुछ 1000 साल पीछे चले जाइए तो इंसानों की संख्या कुछ लाखों में मौजूद थे और पशु,पक्षी एवं अन्य प्रकार की छोटे जीवों की संख्या उनकी तुलना में काफी ज्यादा होती थी।लेकिन आज हालत इतनी गंभीर है कि इंसानों की आबादी पिछले कई दशकों में काफी तेजी से बढी है । लेकिन हम रोजमर्रा की दौड़ती जिंदगी में भूल जाते हैं कि,यह धरती सिर्फ इंसानों के लिए नहीं बल्कि जितने भी पशु,पक्षी है उनकी भी थी,उनकी भी है। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि ज्यादातर प्रजातियों को हमने आज के समय में खोया है।

भारत में कितने हाथी रहते हैं?

पूरे भारत में हाथियों की संख्या देखा जाए तो 30000 के करीब है। एशिया की तुलना में देखा जाए तो करीब भारत में आधे से ज्यादा हाथी पाए जाते हैं। पूरे एशिया में 50000 से 55000 तक हाथी मौजूद है।

भारत के राज्यों में हाथियों की संख्या?


हाथियों की जनगणना के अनुसार कर्नाटक में सबसे ज्यादा 6399 हाथी मौजूद है। जो कर्नाटक को सबसे ज्यादा हाथियों वाला राज्य बनता है। पिछले कई सालों में कर्नाटक में हाथियों की संख्या जरूर बड़ी हुई है,लेकिन उनके ऊपर मंडराता खतरा अभी भी एक प्रतिशत तक कम नहीं हुआ है।

भारत के राज्यहाथियों की संख्या
1.कर्नाटक6399
2 केरल5719
3.तमिलनाडु3054
4.ओडिशा2061
5.उत्तराखंड1976
6.मेघालय1839
7.अरुणाचल प्रदेश1611
8.महाराष्ट्र6

भारत में सबसे ज्यादा वन क्षेत्र के मामले में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर आता है। लेकिन हैरानी की बात है कि महाराष्ट्र में आकडो के हिसाब से सिर्फ पांच हाथी मौजूद है। देश के बाकी 9 से 10 राज्यों में एक भी हाथी फॉरेस्ट रिजर्व में नहीं है।

भारतीय हाथियों की विशेषताएं क्या है ?


भारतीय हाथी अफ्रीकन हाथियों के मुकाबले छोटे होते हैं। वह 19 घंटे तक भोजन करते हैं और लगभग 100 किलो गोबर का हर दिन उत्पादन करते हैं। वह ज्यादा घूमना पसंद करते हैं।इसी के साथ वह घास और अनेक फसलों को खाते है। जिसमें गन्ना, चावल मौजूद है। उन्हें साफ पानी पीना पसंद है। नर हाथियों की ऊंचाई 3.6 मीटर होती है और उनका वजन 5000 से 5500 हजार किलो तक होता है। मादा हाथियों की ऊंचाई लगभग 2.50 मीटर तक होती है।उनका वजन 4000 किलो की करीब होता है।जंगल में रहने वाले हाथी पेड़ों को लगाने में बड़ी सहायता करते हैं। हाथी को ज्यादा भोजन खाने के लिए जाना जाता है। यही भोजन गोबर के माध्यम से निकलता है,तो उनमें कई सारे पेड़ों के बीज होते हैं और वही बीज पेड़ बनने का कारण बनते है।

पढिए – कैसे पूरा कर रहा है इंसान मांस का लालच?Meat consumption in the world 2024|

हाथियों की संख्या क्यों घट रही है?

1.अगर पूरी दुनिया के स्तर पर देखा जाए तो ज्यादातर जंगल काटे जाने की वजह से इनको पर्यावरण बदलाव का सामना करना पड़ रहा है।तस्करों के माध्यम से इनको मारा जाना यह एक बड़ी वजह है।

2.ज्यादातर हाथी भारत के फॉरेस्ट रिजर्व में पाए जाते हैं।भारत में भी हवामान बदलाव उनके लिए एक दिक्कत की बात बन चुकी है। जैव विविधता को टिकाने के लिए भारत बड़े स्तर पर कोशिश नहीं कर रहा है। जिनकी वजह से बड़े पैमाने पर पशु पक्षी एवं अन्य जीवों को ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है

3.पिछले कई सालों में तापमान में वृद्धि हुई है।जिसका असर पर्यावरण के जीवन पर पढ़ रहा है। इसकी जिम्मेदार कई देशों के सरकारों की पर्यावरण नीति सही नहीं है।

4.भारत में पुराने जमाने में युद्ध के दौरान हाथियों का इस्तेमाल किया जाता था। भारत से हाथियों का रिश्ता पुराना रहा है। इंसानों की जनसंख्या के साथ उनकी कई वस्तुओं की आवश्यकताएं भी बढ़ रही है। जिसकी पूर्वता पर्यावरण को हानि पहुंचा कर ही प्राप्त होती है। इसका दुख हाथियों जैसे प्राणियों को झेलना पड़ता है।

WhatsAppFacebookTelegramTwitterLinkedInShare

Leave a Comment

WhatsAppFacebookTelegramTwitterLinkedInShare
Exit mobile version