महाराष्ट्र की पुणे जिले के यवत इलाके में स्थित रेडी टू ईट का एक प्लांट है जिसके एक यूनिट में अमोनिया गैस लीक होके करीब 17 कर्मचारी प्रभावित हुए। जीने तुरंत अस्पताल में दाखिल किया गया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह गैस लिक की घटना मंगलवार को सुबह घटी हुई है।
अमोनिया गैस का उपयोग क्यों किया जाता है?
अन्य प्रक्रिया उद्योग में अमोनिया एक प्रमुख घटक है। इसका इस्तेमाल अन्य प्रक्रियाएं यूनिट को 18 सेल्स डिग्री सेल्सियस के नीचे रखने के लिए सहायता करता है। जब अमोनिया गैस हवा में उच्च मात्रा से उच्च मात्रा में फैलने लगती है तो आंख, नाक, गले और श्वसन तंत्र में जलन होने की संभावना तीव्र होती है इसकी परिणाम स्वरूप हमारे फेफड़ों को नुकसान हो सकता है। इसका परिणाम हमारे अंधेपन तक ले जा सकता है और इंसान की मृत्यु होने की भी संभावना होती है।
इस अन्य प्रक्रियाएं यूनिट में लगभग 25 लोग काम कर रहे थे उनमें से ज्यादातर महिलाएं बताई जा रही है इन 25 में से 17 कर्मचारियों का संपर्क इस गैस में जब आता है तो उनको लक्षण दिखाई देते हैं ।
पढिए – भारत में कितने बचे है हाथी?| Elephant population in india 2024|